Tuesday, July 23, 2019

ehsaas

दर्द देता है तेरा एहसास तेरे जाने के बाद,
जैसे रूठ बैठी हो जिंदगी एक ज़माने के बाद |

जब हो तू सामने तो गुरुर रहता है,
पर जाने क्या खो जाता है तेरे जाने के बाद |

समझ से परे है ये समय की धारा मेरे,
इन्तजार जिसका है वो रहता है हर सांस में मेरे |

तन्हाई का आलम अब इस क़द्र है ,
जैसे कस्तूरी को ढूंढता कोई मृग है |

बेखयाली के मंजर में तेरा ख्याल अब ऐसे है,
पैरो के नीचे बस कुछ ही बची जमीन जैसे है |

हर कदम पे ये जिंदगी के हूँ में यूँ अब साथ तेरे ,
कि साथ पाओगे मेरी परछाई भी मेरे जाने के बाद |